Die Aufgabe des Protestangenvereins inmitten der kirchlichen Bewegung der Gegenwart
मुख्य लेखक: | |
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स्वरूप: | पुस्तक |
भाषा: | German |
प्रकाशित: |
Leipzig
: Ambrosiu
, 1872
|
विषय: |
भौतिक वर्णन: | 15 S. |
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बोधानक: | JAU / 96-09 |
मुख्य लेखक: | |
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स्वरूप: | पुस्तक |
भाषा: | German |
प्रकाशित: |
Leipzig
: Ambrosiu
, 1872
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विषय: |
भौतिक वर्णन: | 15 S. |
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बोधानक: | JAU / 96-09 |